गर्भवती के खून से शिशु का लिंग का पता : सोनोग्राम, गर्भाशय जांच से अधिक सुरक्षित
7 हफ्ते के गर्भस्थ शिशु का भी लिंग ज्ञात किया जा सकता है। भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए भरोसेमंद विकल्प की उपलब्धता से गर्भपात की आशंका कम होगी।
7 हफ्ते के गर्भस्थ शिशु का भी लिंग ज्ञात किया जा सकता है। भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए भरोसेमंद विकल्प की उपलब्धता से गर्भपात की आशंका कम होगी।
प्यास लगना इस बात का संकेत है कि हमारे शरीर को पानी की जरूरत है। पानी शरीर के रक्त के बहाव को यथावत रखता है।
‘‘अंडमान द्वीप भारतीयों का प्रथम प्रदेश है जो ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर हमारे हाथ आया है। ये हमारे स्वाधाीनता संग्राम का शुभ लक्षण है। इस अवसर पर उन राष्ट्र-प्रेमियों…