इंकलाबी छात्र के साथ मैं महामहिम राज्यपाल से मिलूंगा
इंकलाबी छात्र के बैनर तले मगध विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि- ”आपकी मांगों के साथ मैं आपसबों के नेतृत्व में महामहिम से मिलूंगा। वर्तमान सरकार चाहे वह केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार, शिक्षा-व्यवस्था को एक साजिश के तहत चौपट करने की कोशिश कर रही है।
इसी मगध विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थी आज देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासनिक पदों पर कार्यरत होकर इसका शोभा बढ़ा रहे हैं
मगध विश्वविद्यालय के छात्र लगातार 25 दिनों से अपने परीक्षा परिणाम, सत्र विलंब और नियमित सेशन को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में बैठे हुए हैं। लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रशासन द्वारा के द्वारा कोई भी उचित करवाई नहीं किया जा रहा है जिससे छात्रों में रोष व्याप्त है। जबकि, इसी मगध विश्वविद्यालय के हजारों विद्यार्थी आज देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशासनिक पदों पर कार्यरत होकर इसका शोभा बढ़ा रहे हैं
हजारों विद्यार्थीयों का परीक्षा फल नहीं निकलने से भविष्य खतरे में है
वर्तमान में सरकार के इशारे पर गरीब-गुरुवा और वंचित तबकों को शिक्षा से वंचित करने की जो साजिश से रची जा रही है, इससे हम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के द्वारा दिए गए अधिकारों के लिए आप अपनी आवाज मुख्य रूप से उठाते रहिए।
सरकारी विद्यालयों में छात्र तो हैं लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की जा रही है जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दिया जा रहा है। करीब लाखों विद्यार्थी परीक्षा फल को लेकर वाट जोह रहे हैं और हजारों विद्यार्थीयों का परीक्षा फल नहीं निकलने से भविष्य खतरे में है।
मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सड़क से लेकर संसद तक मुखर होकर आवाज उठेगी
आज पूरी शिक्षा व्यवस्था को पूंजीपतियों के हाथों का खिलौना बना दिया गया है। सरकार शिक्षा को निजी हाथों में बेचकर उद्योग बना रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन को चाहिए कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करते हुए ससमय छात्रों की मांगों को पूरा करें। अगर इनके मांगों को नहीं पूरा किया गया तो सड़क से लेकर संसद तक छात्रों के हित के लिए मुखर होकर आवाज उठेगी।”
मांग पूरी नहीं हुई तो 7 अगस्त को इंकलाबी छात्र के द्वारा क्रांति का शुरुआत मगध विश्वविद्यालय परिसर से किया जाएगा
मंच का अध्यक्षता करते हुए शोधार्थी आइसा के छात्र नेता कुणाल किशोर ने किया। छात्र नेता अशोक यादव ने कहा कि- ”सरकार जबतक पहल नहीं करती है, तबतक यह आंदोलन धारावाहिक रूप से चलता रहेगा। विगत 25 दिनों से इंकलाबी छात्रों ने मगध विश्वविद्यालय में जन सुनवाई के माध्यम से व्याप्त कुव्यवस्था पर अभिवाहक, छात्र एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को अवगत कराया है।”
वही धरना पर उपस्थित सुभाष यादव ने कहा कि- ”अगर छात्रों को मांग पूरा नहीं किया गया तो आगामी 7 अगस्त को इंकलाबी छात्र के समर्थन में राजद के द्वारा क्रांति का शुरुआत मगध विश्वविद्यालय परिसर से किया जाएगा।” इंकलाबी छात्र के संयोजक दीपक दांगी ने कहा कि- ”यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी ,जब तक छात्रों की मांगों को पूरा नहीं किया जाए।”
आंदोलन की सहनशीलता भावी युवा पीढ़ी के लिये मार्गदर्शन का काम करेगा
धरना स्थल को संबोधित करने में राजद के वरिष्ठ नेता अजय कुमार दांगी में कहा कि- ”बीजेपी सरकार में छात्र को शिक्षा से दूर और किसान को खेतों से दूर किया जा रहा है। आपकी आंदोलन की सहनशीलता भावी युवा पीढ़ी के लिये मार्गदर्शन का काम करेगा।
मौके पर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरेन्द्र कुमार, पूर्व छात्र नेता डि के डांडेल, आकाश दयाल, राजद किसान प्रकोष्ठ के प्रधान महासचिव अवधेश यादव, छात्र नेता रवि रंजन नीलय, युवा राजद के बाकें बाजार प्रखंड अध्यक्ष रविंद्र यादव, कमलेश कुमार, रोहित कुमार, अशोक यादव, विकास रंजन, रोहित आचार्या, रंजीत राज, अंकित चौधरी, रविन्द्र आकाश रंजन, विक्रम, रमेश दांगी, पंकज टेक्निकल, सूरज प्रताप सिंह इत्यादि सैकड़ों लोग मौजूद थे।