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मंत्रिमंडल विभाग में बंटवारे को लेकर नीतीश कुमार ने सहमति जता दी है

बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए गठबंधन में आने के साथ ही चर्चाएं तेज हो गई हैं कि अब मंत्रिमंडल विस्तार में किसे कौन सा विभाग मिलने जा रहा है, क्योंकि 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर एनडीए गठबंधन का साथी बन चुके हैं।

28 तारीख को नीतीश कुमार ने शपथ लिया और आज 2 फरवरी का दिन है और अब तक मंत्रिमंडल विस्तार पर पेच फंसा हुआ है कि मंत्रिमंडल विस्तार कैसे किया जाएगा? बिहार विधानसभा के बजट सत्र का भी डेट लगातार बढ़ रहा है। 10 तारीख से 12 तारीख हो गया है। इसके पहले में 5 तारीख से चर्चाएं चल रही थी कि 5 तारीख से बजट सत्र होगा, लेकिन एक के बाद एक डेट लगातार बढ़ रहा है।

वजह है नीतीश कुमार को मंत्रिमंडल में जिस विभाग का भारतीय जनता पार्टी लगातार डिमांड कर रही है, वह विभाग नीतीश कुमार अपने पास रखना चाहते हैं। इस बात की चर्चा चल रही है, इन सबके बीच में बड़ी जो जानकारी आ रही है कि मंत्रिमंडल विभाग में बंटवारे को लेकर नीतीश कुमार ने सहमति जता दी है।

कल देर शाम को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने नीतीश कुमार के आवास पर जाकर सहमति ली

नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को, मंत्रियों को, विधायकों को मंत्रमंडल विस्तार करने की की बात कह दी है और मंत्रियों के विभाग बंट गए हैं। बड़ी जानकारी ये है कि कल देर शाम को सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा जो उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं, उन्होंने नीतीश कुमार के आवास पर जाकर सहमति ले ली है।

12 तारीख से बजट सत्र से पहले फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित कराना है

नीतीश कुमार के अलावा आठ मंत्रियों ने शपथ लिया है, जिसमें प्रेम कुमार, श्रवण कुमार, विजेंद्र यादव, उपमुख्यमंत्री के पद पर सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, सुमित सिंह और जीतन राम मांजी के बेटे जो हैं संतोष सुमन हैं। इन तमाम लोगों को उनके विभाग बांट दिए गए हैं, क्योंकि 12 तारीख से बिहार में बजट सत्र शुरू होगा, ऐसे में बजट सत्र शुरू होने से पहले फ्लोर टेस्ट करना है सरकार की, बहुमत साबित कराना है।

अवध बिहारी चौधरी जो विधानसभा के अध्यक्ष हैं, उनको पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव दे दिया गया है। नंद किशोर यादव की चर्चा चल रही है। लेकिन जो विभागों का लिस्ट फाइनल सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार के आवाज से लेकर आये हैं, उसमें एक मंत्री को चार-चार विभाग फिलहाल बांटे गए हैं। इन चार विभाग को संभालने के लिए कहा गया है, क्योंकि सत्र के दौरान बजट भी पेश करना है बिहार के लिए।

उसके बाद नीतीश कुमार कैबिनेट का विस्तार करेंगे और फिर मंत्री मंडल में विस्तार होगा यानी कि अन्य जो मंत्रियों के लिस्ट हैं उस पर सहमति बनेगी। जो लिस्ट फाइनल होके आए हैं उसमें कौन-कौन से पद किनको मिल रहे हैं। गृह विभाग जो है वो नीतीश कुमार के पास ही रहेगा। सामान्य प्रशासन विभाग भी नीतीश कुमार के पास रहेगा। निर्वाचन आयोग से जुड़ी तमाम गतिविधियां नीतीश कुमार संभालेंगे।

विजेंद्र यादव जो पूर्व में ऊर्जा मंत्री थे, वर्तमान में ऊर्जा मंत्री ही बने रहेंगे। विजय चौधरी पूर्व में वित्त मंत्री थे, लेकिन अब इनके विभाग को हटा करके इनको शिक्षा मंत्री बनाया जा रहा है। जदयू कोटे से मंत्री श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास एवं आवास विभाग मिल रहा है।

अभी एक मंत्री को चार-चार विभाग सौंपना है आगे पुनः कैबिनेट विस्तार के बाद यह तमाम विभाग अलग मंत्रियों को बांटे जाएंगे

भारतीय जनता पार्टी के प्रेम कुमार को एक बार फिर से कृषि मंत्री के रूप में वापसी हो गई है। इसके साथ-साथ चर्चा चल रही है कि उद्योग विभाग प्रेम कुमार के पास रहेगा। पूर्व में सहनवाज हुसैन को उद्योग विभाग का डिपार्टमेंट दिया गया था। अभी एक मंत्री को चार-चार विभाग फिलहाल के लिए सौंपना है आगे का फिर से कैबिनेट का विस्तार होगा उसके बाद यह तमाम विभाग बांटे जाएंगे।

सम्राट चौधरी को वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बनाया जा रहा है। गृह विभाग को लेकर के चर्चाएं चल रही थी कि गृह विभाग सम्राट चौधरी लेना चाहते हैं लेकिन नीतीश कुमार ने फिलहाल वित्त मंत्रालय सम्राट चौधरी को दे दिया गया है। इसके अलावा नगर विकास आवास विभाग दिया गया है। विजय चौधरी पथ निर्माण विभाग और पर्यावरण विभाग दिया गया है। चर्चा है कि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग भी इनको मिल सकता है।

साइंस एंड टेक्नोलॉजी परिवहन विभाग जो है सुमित सिंह को मिलेगा। संतोष सुमन को ग्रामीण कार्य विभाग मिलने जा रहा है। 12 को विधानसभा की सत्र की शुरुआत हो जाएगी और इससे पहले लिस्ट फाइनल हो चुके हैं। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी बन रहे हैं।