इंकलाबी छात्र के बैनर तले चल रहे आंदोलन और तालाबंदी के बीच 31वां दिन मगध विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अपने कार्यालय में पहुँचे तो तालाबंदी देखकर बेरंग वापस लौट गए। छात्रों ने कहा कि- ”जब पदाधिकारी रहते ही न हो तो सिर्फ कार्यालय को खोलकर शोभा नहीं बढ़ाने देंगे।”
आंदोलन के तीसरे दिन इंकलाबी छात्र के सदस्य रोहित कुमार ने कहा कि- ”जब हम 31 दिन का बहुमूल्य समय सर्प, मच्छरों एवं असुरक्षित रहकर यहाँ बिता सकते हैं तो आगे भी लड़ाई जारी रहेगी। जब विवि के पदाधिकारियों का उपस्थित नहीं है तो विवि के कार्यकाल में कर्मचारियों को छात्रों का आक्रोश झेलने नही दूंगा। आज सिड्यूल के लिये तीन दिनों का समय लिया जा रहा है ये घोर निंदनीय है।” वही शोधार्थी छात्र बिपुल कुमार ने कहा कि-” जब देश मे नोकरी नहीं है तो सरकार की चाल है कि छात्रों -वाओं को डिग्री से भी वंचित किया जाए।”
वही, पटना विश्वविद्यालय के एआईएसएफ के छात्र नेता अमन लाल ने कहा कि- ”आज मौलाना हसरत मोहानी द्वारा इंकलाब का नारा देने वाले का सौ साल पूर्ण हुआ है। इस सौ वर्षों में मगध विश्वविद्यालय के छात्र इंकलाबी छात्र के बैनर तले लड़ रहे हैं। आजादी के नायकों के सपना शिक्षा को बर्बाद कर मारा जा रहा है। शिक्षा के बुनियादी मांगों को पूर्ण नहीं किया जा सकता है तो सिद्ध होता है कि लोकतंत्र खतरे में है।”
मंच की अध्यक्षता कुणाल किशोर ने किया और कहा कि- ”जल्द ही यह आंदोलन विभिन्न स्थानों पर चलेगा।” संचालन करते हुए कमलेश कुमार ने कहा कि- ‘ अब आर-पार की लड़ाई है।” वही दीपक दांगी ने कहा कि- ”हमारी सिर्फ तीन सूत्री मांग अब विश्वविद्यालय कुव्यवस्था के सुधार में तब्दील होगी।”
इमामगंज राजद युवा प्रखंड अध्यक्ष दिनेश दास ने कहा- ”युवा-छात्र के मन-मिजाज को सरकार समझे अन्यथा आक्रोश को शांत संभव नहीं है। अशोक कुमार ने कहा कि अब लड़ाई विवि अधिकारियों से नहीं बल्कि सरकार और राजभवन से होगी। विकास रंजन, रंजीत राज, बिमल, विक्रम, बीट्टू, पंकज टेक्निकल, रमेश कुमार, विनीत कुमार, युवा राजद नेता चंदन दास यादव, हंसराज कुमार, रविन्द्र कुमार आदि सैकड़ों की मौजूदगी में सभा चली।
आंदोलन के 30वां दिन तालाबंदी किया था
इसके पहले कल 27/07/2022 को इंकलाबी छात्र आंदोलन के 30वां दिन बिहार के उच्च शिक्षा की बदहाली को दुरुस्त करने हेतु सरकार के प्रमुख पदाधिकारियों के कार्यालयों में किया तालाबंदी किया था।
29 वां दिन छात्रों ने अर्द्ध-नग्न प्रदर्शन किया था
वही, 27/07/2022 को 29 वां दिन मगध विश्वविद्यालय में चल रहे अनिश्चितकालीन धरना में छात्रों ने अर्द्ध-नग्न प्रदर्शन किया। बावजूद इसके, अनिश्चितकालीन धरना के 29 वां दिन भी छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।