
एक साधारण कार्यकर्त्ता को राज्यसभा भेजना वाकई बहुत बड़ी बात है
आज के दौर में जिस प्रकार धन-बल-बाहुबल के दम पर राजनीतिक गोटियाँ सेंकी जाती है जिससे कोई भी राजनीतिक दल इस्तेमाल से अछूता नहीं, उस दौर में एक साधारण कार्यकर्त्ता को राज्यसभा भेजना वाकई बहुत बड़ी बात है।

जदयू ने कुछ दिन पहले आम कार्यकर्ता अनिल हेगड़े को राज्यसभा भेजकर एक मिसाल तय की थी, इस बार इतिहास रच दिया
बिहार में सत्ता के नेतृत्व कर रहे सत्तारूढ जदयू ने कुछ दिन पहले ही एक आम कार्यकर्ता के रूप में वर्षों से काम कर रहे कर्नाटक के अनिल हेगड़े को राज्यसभा भेजकर एक मिसाल तय कर दी थी। अब फिर से झारखंड प्रदेश के जदयू के प्रदेश अध्यक्ष व जदयू के पूर्व विधायक खिरू महतो को बिहार से राज्यसभा के उम्मीदवार घोषित कर इतिहास रच दिया।

दूसरी तरफ साधारण कार्यकर्त्ताओं को छोड़कर, बेटा-बेटी-परिवार के बीच रेबड़ियां बांटी जा रही है
खासकर समाजवादी विचारधारा के दलों में एक ओर जहां साधारण कार्यकर्त्ताओं को छोड़कर, बेटा-बेटी-परिवार के बीच रेबड़ियां बांटी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार जैसे सच्चे समाजवादी एक साधारण कार्यकर्त्ता को उच्च सदन भेजकर आम जनमानस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।
