जिन राज्यों में मुसलमान ज्यादा हैं, वहां क्या है फर्टिलिटी रेट?
1947 में भारत की आबादी. 33 करोड़ थी ..और जब बंटवारा हुआ तो लगभग 2 से 2.5 करोड़ मुस्लिम ओर हिन्दू पाकिस्तान में जाकर बस गये थे और एक मुस्लिम देश की नीव रखी गई। 1951 की जनगणना के अनुसार जिसमें से 30.35 करोड़ Hindu ..और जिसमें मुस्लिम आबादी लगभग 3.54 करोड़ थी। फिर 1971 मे पाकिस्तान से बंग्लादेश अलग हुआ, वो भी एक मुस्लिम देश बना।
आज 2022 मे पाकिस्तान की आबादी लगभग 23 करोड़ और 2022 मे बांग्लादेश की लगभग 17 करोड़। 1947 से लेकर 1971 तक एक देश भारत से 2 देश मुस्लिम बने, पर आज तक एक भी देश हिन्दू राष्ट्र नहीं बन पाया। अब 2022 मे भारत मे लगभग 20 से 25 करोड़ मुस्लिम है। अब जोड़ा जाए तो 23+17+25.= 65 करोड़.. 75 साल मुस्लिम लगभग 3 करोड़ से 65 करोड़ हो गये हैं।
क्या ये गंभीर विषय नहीं है जब वो लोग 3 करोड़ थे तो 1 देश बना लिया था, फिर 2 देश। अब तो 20 से 25 करोड़ हैं। क्या आज जो भारत में घटना हो रही है, जो माहौल बनाया जा रहा है.. इस हिंसा के पीछे कोई 3 मुल्क बनाने का मकसद तो नहीं है..? जरा सोच-विचार करना होगा हमारी सरकार और चिंतकों को।
क्या धर्मांतरण के चलते घट रही हिंदुओं की आबादी?
भारत पर 700 साल से ज्यादा समय तक मुस्लिम शासन रहा। 100 साल अंग्रेजों ने राज किया। इस पूरे काल में हिंदू धर्म न केवल बचा रहा, बल्कि यह फूलता-फलता रहा। दुनिया में सबसे पुराना यहूदी समुदाय भारत में है। भारत में ईसाई 52 ईसवी में ही आ गए थे। भारत में जैन, बौद्ध और सिख जैसे कई नए धर्म सामने आए और उनका प्रसार हुआ। हिंदू धर्म की तरक्की पर किसी का भी असर नहीं पड़ा।
मुसलमानों के खिलाफ जो गुस्सा है, उसकी एक वजह पाकिस्तान को लेकर नाराजगी भी है। इस्लाम 25 देशों में राजकीय धर्म है। उनमें से कई देशों के साथ भारत का बहुत बड़ा कारोबारी रिश्ता है। वहां भारत के काफी लोग रहते भी हैं। लेकिन बहसों में और सोशल मीडिया पर भारतीय मुसलमानों को कहीं चले जाने के लिए अगर कहा जाता है तो केवल और केवल पाकिस्तान का नाम लिया जाता है। यहां तक कि बांग्लादेश का नाम भी किसी सिरफिरे की जुबान पर नहीं आता, जो 24 सालों तक पाकिस्तान का हिस्सा रहा और जहां एक समय मुस्लिम आबादी कहीं ज्यादा थी।
नवंबर 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 अरब, 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब तक पहुंच जाएगी
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने भारत को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट दी है। उसका अनुमान है कि 2023 में भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। अभी चीन सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है और भारत अगले साल उसे पछाड़ देगा। विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने खबर दी है कि नवंबर 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच जाएगी।
1950 के बाद से वैश्विक जनसंख्या सबसे धीमी गति से बढ़ रही है। 2020 में जनसंख्या वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के ताजा अनुमानों के अनुसार दुनिया की जनसंख्या 2030 में लगभग 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब हो जाएगी। 2080 तक इसके लगभग 10.4 अरब के शिखर तक पहुंचने का अनुमान है।