शोषित समाज दल के कार्यालय में सावित्रीबाई फूले की 192 वीं जयंती मनी
03 जनवरी को प्रथम महिला शिक्षिका, समाजसेविका, क्रांतिधर्मी सावित्रीबाई फूले की 192वीं जयंती शोषित समाज दल, केन्द्रीय कार्यालय, जक्कनपुर में दल के पटना जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार के नेतृत में धूमधाम से मनाई गई। सर्वप्रथम सावित्रीबाई के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात उपस्थित वक्ताओं ने उनकी जीवनी पर चर्चा किया और बताया कि माता फूले ने उस समय स्त्रियों की शिक्षा का अलख जगाया।
जब ऐसा करना सामाजिक पाप माना जाता था और छूआछूत, जाति-पाति, ऊँच-नीच चरम पर था। स्त्रियों की शिक्षा तो दूर घर से निकलने पर तक प्रतिबंध था। सामाजिक प्रताड़नाओं को झेलते हुए भी सावित्रीबाई ने अपने सहयोगी जीवनसाथी ज्योतिराव फूले के सहयोग से महिलाओं के लिए स्कूल खोला और पत्थर-कीचड़ का प्रहार झेलते हुए भी अपने मिशन में कामयाब हुई। उन्होंने आह्वान किया था कि बेटी के विवाह से पहले उसे शिक्षित बनाओ ताकि वह आसानी से अच्छे बुरे में फर्क कर सके।
आगे चलकर ज्योतिराव फूले और सावित्रीबाई ने सत्यशोधक समाज की स्थापना किया और समानता पर आधारित व्यवस्था के निर्माण के मुहिम में अहम योगदान प्रदान किया। उस समय भयंकर रूप से फैले प्लेग को चुनौती देते हुए एक प्लेग पीड़ित व्यक्ति की सेवा करते हुए वह संक्रमित हो गई और दुनिया से विदा हो गई। लेकिन उनके विचार, उनका मिशन आज भी जीवित है। ऐसी प्रेरणादायक क्रांतिकारी महिला से हर पल सीखने की जरूरत है और उनके बताये रास्ते को अपनाकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
इस जयंती समारोह में मुख्य रूप से शिक्षाविद उमेश सिंह, जितेन्द्र सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता उदयन राय, पत्रकार संजय श्याम, शोषित युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार, शोसद के राष्ट्रीय समिति सदस्य ई. रामानुज सिंह गौतम, सुबोध कुमार, पूनम देवी, सुमन कुमारी, रामप्रसाद गुप्ता, दिलीप कुमार, कुमार हर्ष, शैलेन्द्र सिन्हा ने अपनी बातों को रखा।