भूख हड़ताल के साथ अनिश्चितकालीन ताला बंदी ही विकल्प
इंकलाबी छात्र के बैनर तले अनिश्चिकालीन आंदोलन का उन्नीसवाँ दिन सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक और छात्रों की गहमागहमी से के साथ आंदोनरत छात्रों के साथ हौसला बढ़ाया। इस मौके पर बिहार मांगें रोजगार के रंजय बिहारी ने कहा कि ”अब इस आंदोलन को ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाया जाएगा। मैं अपनी ओर से इस आंदोलन के समर्थन में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ विभिन्न इलाकों में कुव्यवस्था रूपी इस विवि के खिलाफ मुहिम छेड़ा जाएगा।”
शिक्षक-छात्र एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के समन्वय से मजबूत होगा आंदोलन- कुणाल
वही इंकलाबी छात्रों ने उन्नीसवीं दिन भूख हड़ताल के साथ अनिश्चितकालीन धरना की योजना बनाई जाए। वही संरक्षक कमलेश कुमार ने कहा कि ”जब विवि प्रशासन, बिहार सरकार और राजभवन हम सभी की धैर्यशील आंदोलन पर संज्ञान न लेना उनकी तानाशाही नीति को दर्शाती है।” वही मगध विवि छात्र प्रतिनिधि आईसा के नेता शोधार्थी कुणाल किशोर ने कहा कि ”पत्र के माध्यम से परीक्षा नियंत्रक को पुनः अवगत करवाई गई है। अब शिक्षक- छात्र एवं कर्मचारियों के आपसी समन्वय के साथ मुहिम को तेज करना होगा। ताकि विवि की कुव्यवस्था में सुधार हो और समस्त शैक्षणिक गतिविधि पटरी पर आए।”
लोजपा (रामविलास) के राजेश सिन्हा दांगी ने कहा कि ”सरकार को शिक्षा के प्रति उदासीन है।” कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपक दांगी, संचालन अशोक कुमार ने किया। वही सरपंच निशांत कुमार रोहित, पंकज, विकास, टुन्ना, रंजीत राज, बीट्टू, मो आलम, अमित कुमार, बिमल, नीरज मिश्रा, विक्रम कुमार, विजय माल्या आदि सैकड़ो छात्रों की उपस्थिति रही।