UPSC : बक्सर (बिहार) की बेटी का कमाल, 2021 की तरह 2022 में भी लड़कियों ने टॉपर लिस्ट में अपनी जगह बनाई है
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 के फाइनल नतीजों की घोषणा कर दी है। आयोग द्वारा यूपीएससी सीएसई 2022 के अंतिम परिणाम 23 मई 2022 घोषित किए गए हैं। आयोग द्वारा जारी की गई सिविल सेवा परीक्षा 2022 में सफल घोषित उम्मीदवारों की टॉपर लिस्ट में साल 2021 की तरह 2022 में भी लड़कियों ने अपनी जगह बनाई है। पहले स्थान पर जहां, इशिता किशोर रहीं हैं। वहीं, दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया रही हैं। गरिमा बिहार के बक्सर से ताल्लुक रखती हैं।
अनुशंसित 933 उम्मीदवारों में से 345 सामान्य वर्ग के, 99 ईडब्ल्यूएस के, 263 ओबीसी के, 154 एससी के और 72 एसटी के हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवा समूह ‘ए’ और समूह ‘बी’ में नियुक्ति के लिए कुल 933 उम्मीदवारों की अनुशंसा की गई है। अनुशंसित 933 उम्मीदवारों में से 345 सामान्य वर्ग के हैं, 99 ईडब्ल्यूएस के हैं, 263 ओबीसी के हैं, 154 एससी के हैं, 72 एसटी के हैं। 178 उम्मीदवारों को वेटिंग लिस्ट में रखा गया है।
यूपीएससी 2021 टॉपर्स लिस्ट में भी पहले तीन स्थानों पर महिला उम्मीदवार रहीं थीं
यूपीएससी 2021 टॉपर्स लिस्ट के अनुसार पहले तीन स्थानों पर महिला उम्मीदवार रहीं थीं। श्रुति शर्मा (रोल नंबर 0803237) को पहला स्थान मिला था। वहीं, अंकिता अग्रवाल (रोल नंबर 0611497) को दूसरा स्थान, गामिनी सिंगला (रोल नंबर 3524519) को तीसरा स्थान, ऐश्वर्या वर्मा (रोल नंबर 5401266) को चौथा स्थान और उत्कर्ष द्विवेदी (रोल नंबर 0804881) को पांचवां स्थान मिला था।
नंबर वन, नंबर दो पर बिहार का कब्जा
यूपीएससी 2022 की टॉपर ने भले अपना आवासीय ग्रेटर नोएडा यूपी का दिया हो पर उसका घर पटना सिटी है और ननिहाल पटना का गर्दनीबाग है। पिता वायु सेना में अधिकारी हैं परिवार ग्रेटर नोएडा में शिफ्ट कर चुका है। इशिता किशोर और गरिमा लोहिया इस वर्ष क्रमश नंबर वन नंबर दो के पायदान पर है। यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में बिहारियों का डंका यूं ही नहीं बजता है। ऐसी कई सारी प्रेरक कहानियां भी आपके सामने आने वाली है हौसला बढ़ जाता है जब अभाव में अविरल बिहार के बच्चे सर्वोच्च शिखर पर पहुंचते हैं और उन लाखों लोगों के लिए सपना बन जाते हैं जो उस मंजिल तक पहुंचना चाहते है। 10 वाला रैंक लाने वाले राहुल श्रीवास्तव भी बिहार से ही हैं उनका मूल जिला मुजफ्फरपुर है।
पिता का निधन 8 साल पहले ही हुआ,लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया, 8-9 घंटे तक पढ़ाई की
गरिमा लोहिया बक्सर, बिहार से हैं। बक्सर के हीं के ‘वुड स्टॉक स्कूल’ से पढ़ाई की है। पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन 8 साल पहले ही हुआ है। गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया और पूरी लगन से प्रिपरेशन में लग गईं।
अपने पहले प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे अटेम्प्ट में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। गरिमा ने किसी टाइमटेबल को फॉलो कर तैयारी नहीं की। किसी-किसी दिन 8-9 घंटे तक पढ़ाई की। उन्होंने किताबों से खुद पढ़कर और ऑनलाइन स्टडी मटीरियल की मदद से पढ़ाई की और कामयाबी हासिल की।