कम उम्र में लोकप्रियता मिल जाने पर लोग अक्सर गलतियां कर ही बैठते हैं
कथित बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री जी, आपका यह रवैया बिल्कुल ठीक नहीं लगा। कम उम्र में लोकप्रियता मिल जाने पर लोग अक्सर इस तरह की गलतियां कर ही बैठते हैं। आपके सामने आचार्य किशोर कुणाल जी के साथ सिक्यूरिटी वाले जिस तरह से व्यवहार किए, क्या आपको हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था? आप पटना जंक्शन स्थित जिस हनुमान मंदिर में पूजा करने गये थे, उसका स्वरूप निखारने में आचार्य किशोर कुणाल जी के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता।
बिहार के चर्चित बाॅबी हत्याकांड की फाइल जांच के डरकर से इनसे छीनकर सीबीआई को सौंपकर पूरे मामले को लीपा-पोती करने का आरोप सरकार पर लगी थी
रिटायर्ड आईपीएस कुणाल किशोर कभी जिनके एक इशारे पर पूरा पुलिस महकमा घुमती थी। इन्होनें बिहार के चर्चित बाॅबी हत्याकांड के जब फाइल पकड़ी तबके बड़े-बड़े सियासदानों के सांसे अटक गई और डरकर जांच की फाइल हीं इनसे छीनकर सीबीआई को सौंपकर पूरे मामले को लीपा-पोती कर दी। एक कड़क व ईमानदार ऑफिसर जिनके भ्रष्टाचार के मामले में बिहार एक्साइज में कमीशनर रहे एक करीबी को गिरफ्तार कर लिए थे। प्रशासनिक सेवा काल से हीं धार्मिक इतना कि बिहार के सबसे चर्चित पटना स्टेशन महावीर मंदिर का निर्माण करवा दिया।
आचार्य कुनाल किशोर से बड़ा कोई धार्मिक सन्यासी नहीं
आज इसी महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के साथ-साथ बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के भी अध्यक्ष हैं यानी एक राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त। उनके साथ तथाकथित धार्मिक संत के सुरक्षागार्ड के द्वारा इस प्रकार के व्यवहार की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसा काम किसी ढोंगी और पाखण्डी का ही हो सकता है। बिहार में पूर्व आईपीएस कुनाल किशोर से बड़ा कोई धार्मिक सन्यासी नहीं, यह अपमान कुणाल किशोर का नहीं बिहार के करोड़ों धार्मिक लोगों का अपमान है।
शर्मनाक हरकत लिए माफी मांगनी चाहिए
मुझे नहीं मालूम कि आपकी पर्ची किस तरह लोगों को लाभ पहुंचाती है, लेकिन किशोर कुणाल जी के प्रयास से जो हॉस्पिटल संचालित हो रहे हैं, वह जरूर लोगों की पीड़ा कम कर रहे हैं, कई लोगों की जान भी बचा रही हैं। पता नहीं आपकी ओर से इस तरह की समाज सेवा की कोई गतिविधि चल रही है या नहीं? किशोर कुणाल जी न केवल आपसे उम्र में बड़े हैं, बल्कि काबिल भी हैं। समाज के लिए उन्होंने जो किया है, उसे इंसानियत के शब्दकोश में हमेशा पढ़ा जायेगा। आपमें सच में हनुमान जी का कोई आचरण आया होगा, तब तो आपको Acharya Kishore Kunal जी से माफी मांगनी चाहिए।
बिहार का इतिहास वैदिक काल से लेकर आजतक बहुत ही समृद्ध रहा है
बिहार ने आपको इतना मान-सम्मान दिया। इसका मतलब यह थोड़े ही है कि आप इसके बदले में इस तरह का तिरस्कार देंगे। अभी आप युवा हैं। विनम्रता भी हासिल करिये। अन्यथा आप जैसे कई बाबाओं को उठते और सलाखों के पीछे जाते देखा है। तस्वीर देखने के बाद मन व्यथित हुआ। आपने बिहार और बिहारियों को लेकर व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से आयातित कुछ जोक्स भी सुनाए हैं। इससे साफ पता चलता है कि बिहार को लेकर आपकी जानकारी बहुत ही सतही है। बिहार का इतिहास वैदिक काल से लेकर आजतक बहुत ही समृद्ध रहा है। थोड़ा पढ़-लिख लिया करिए।
धीरेंद्र शास्त्री बनाम सुहानी साह : संत, सिद्धियां या मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञता
धीरेंद्र शास्त्री जी, मुझे आपमें न तो संत दिखता है ना संतत्व। न आपके भाव और न ही अंदाज ए बयां बाबा सरीखे हैं। आपके प्रवचन के जो कुछ क्लिप देखे हैं, वह प्रवचन नहीं बल्कि मसखरी ही है। आपने कुछ सिद्धियां (विशेषज्ञता) प्राप्त की होंगी तो इसी तरह की सिद्धियां (मनो वैज्ञानिक विशेषज्ञता) माइंड रीडर सुहानी साह ने भी प्राप्त की है, लेकिन उन्होंने न अपने को संत कहा, न अपने ज्ञान को चमत्कार कहा।