चिराग की पसंद संघर्ष के साथी नहीं..बल्कि बड़े कारोबारी
बता दें, एनडीए में सीट बंटवारे में चिराग पासवान को पांच सीटें मिली हैं। इनमें हाजीपुर, जमुई और समस्तीपुर सुरक्षित सीटें हैं। वहीं वैशाली और खगड़िया की सीटें भी खाते में आई हैं। चिराग पासवान ने खगड़िया सीट से सीटिंग सांसद चौधरी महबूब अली कैसर का टिकट काट दिया। वजह था कि कैसर पाला बदलकर चाचा के खेमे में चले गए थे। चिराग ने इस सीट से भागलपुर के कारोबारी राजेश वर्मा को टिकट दे दिया है। ये वही राजेश वर्मा हैं जिनके ठिकानों पर टैक्स चौरी के मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी की थी। छापे के बाद चिराग पासवान ने उन्हें लोकसभा का टिकट दे दिया।
भाजपा के नेता भी खेल को समझ रहे हैं
वैसे खगड़िया लोकसभा सीट पर चिराग की पार्टी में कई वरिष्ठ दावेदार थे। पूर्व सांसद रेणू कुशवाहा सबसे मजबूत कैंडिडेट थी, इसके अलावे कई अन्य नेता रेस में थे। लेकिन चिराग पासवान की पसंद बने भागलपुर के कारोबारी राजेश वर्मा। राजेश वर्मा को टिकट दिए जाने के बाद न सिर्फ लोजपा (रामविलास) के कई नेता भौंचक हैं, बल्कि भाजपा के नेता भी खेल को समझ रहे हैं। हालांकि गठबंधन है, लिहाजा सामने से कुछ बोल नहीं रहे।
राजेश वर्मा का भाजपा के कद्दावर नेता व सांसद निशिकांत दूबे से विवाद हुआ था
वैसे, 2020 में भागलपुर विस चुनाव के दौरान लोजपा प्रत्याशी रहे राजेश वर्मा का भाजपा के कद्दावर नेता व सांसद निशिकांत दूबे से विवाद हो गया था। सबलोगों ने इस विवाद को देखा-सुना था। निशिकांत दुबे का कथित आडियो खुद लाेजपा प्रत्याशी रहे राजेश वर्मा ने अपने साेशल मीडिया पर जारी किया था। वायरल ऑडियाे में सांसद निशिकांत कह रहे हैं कि ‘राजेश वर्मा सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। साेना-चांदी बेचते-बेचते नेतागिरी करने लगा है। हमको शहनवाज हुसैन और अश्विनी चौबे नहीं समझे।’ ऑडियो के बाद भाजपा सांसद ने राजेश वर्मा को खूब सुनाया था। मामला काफी बढ़ा भी था।
गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने लोजपा को छह सीटें दी थी। छह में तीन हाजीपुर, जमुई और समस्तीपुर सुरक्षित सीटें थी। तब रामविलास पासवान ने तीनो सुरक्षित सीटें अपने बेटे और दोनों भाइयों के बीच बांट दी थी। साल 2019 लोस चुनाव में हाजीपुर से पशुपति पारस, समस्तीपुर से रामचंद्र पासवान और जमुई से चिराग पासवान ने जीत दर्ज की थी।
संघर्ष के साथियों को टिकट देने की बजाय बाहरी को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद चिराग पासवान कटघरे में हैं
2024 चुनाव में भी ये तीनों सीटें चिराग के पास हैं। इनमें हाजीपुर से स्वयं लड़ेंगे, जमुई से जीजा को लड़ा रहे हैं, समस्तीपुर से नीतीश कैबिनेट में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को उतारा है। अशोक चौधरी दलित हैं, लिहाजा इनकी बेटी को चिराग पासवान ने समस्तीपुर सीट से चुनावी मैदान में उतार दिया है। अजय कुशवाहा जैसे संघर्ष के साथियों को टिकट देने की बजाय बाहरी को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद चिराग पासवान कटघरे में हैं।
कहा जा रहा है कि लोजपा रामविलास ने संघर्ष के साथियों को टिकट नहीं दिया। न तो दल के वरिष्ठ नेता अरूण कुमार या सतीश कुमार को ही टिकट दिया, न अजय कुशवाहा को और न ही लोजपा (रामविलास) से जुड़े किसी दलित नेता को ही चुनावी मैदान में उतारा। टिकट दिया पाला बदलने वाली वीणा सिंह को, जेडीयू कोटे के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को और अपने बहनोई को।
चिराग पासवान ने लोकसभा टिकट बंटवारे में मुसलमानों को ही साफ कर दिया
वैसे, चिराग पासवान ने इस बार मुसलमान का भी टिकट साफ कर दिया। कभी रामविलास पासवान के मुसलमान प्रेम की जिद की वजह से सरकार नहीं बन पाई थी और बिहार विधानसभा का चुनाव कराना पड़ा था। अब उनके पुत्र चिराग पासवान ने लोकसभा टिकट बंटवारे में मुसलमानों को ही साफ कर दिया।
चिराग पासवान पर पैसा लेकर टिकट बेचने का लगाया आरोप लगाने और पार्टी की सदस्यता से त्याग पत्र देने वालों की सूची : –
- रेणु कुशवाहा, पूर्व मंत्री पूर्व लोकसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
- सतीश कुमार, पूर्व विधायक एवं राष्ट्रीय महासचिव
- इं० रविन्द्र सिंह, प्रदेश संगठन सचिव
- अजय कुशवाहा, मुख्य पार्टी विस्तारक
- संजय सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष
- राजेश दांगी, प्रदेश महासचिव
- डॉ० सुधीर प्र० यादव, कला संस्कृति एवं क्रिड़ा खेल प्रकोष्ठ अध्यक्ष
- डॉ० अजय कु० यादव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष
- प्रो० विनित सिंह प्रदेश प्रवक्ता
- रजन पासवान प्रदेश सचिव
- अवध बिहारी कुशवाहा प्रदेश सचिव
- संजय लाल, प्रदेश सचिव
- विपीन पटेल, प्रदेश सचिव
- शंभू पहाड़िया, प्रदेश सचिव अति पिछड़ा प्रकोष्ठ
- शैलेन्द्र कुमार, राज्य कियान प्रकोष्ठ ।
- अशोक मंडल, राज्य उपाध्यक्ष अति पिछड़ा प्रकोष्ठः
- अजीत कुशवाहा, प्रदेश महासचिव युवा प्रकोष्ठ।
- राज सिन्हा, प्रदेश महासचिव युवा प्रकोष्ठ
- अभिनव पटेल, सचिव प्रदेश युवा प्रकोष्ठ
- सुरेन्द्र सिंह, चंद्रवंशी राज्य उपाध्यक्ष अति पिछड़ा प्रकोष्ठ
- चितरंजन कुमार प्रदेश महासचिव
- रंजीत कुशवाही प्रदेश उपाध्यक्ष